Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025 : मुकेश अंबानी ने परिवार के सदस्यों के साथ प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में लगाई पवित्र डुबकी, महा कुम्भ 2025 में मुकेश अंबानी का पवित्र स्नान: आस्था और भक्ति की अनूठी मिशाल है, प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला 2025 भारत की सबसे भव्य और पवित्र धार्मिक घटनाओं में से एक है। इस बार यह मेला तब और खास हो गया जब देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने परिवार के साथ त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान के लिए पहुंचे। उनका यह धार्मिक यात्रा केवल व्यक्तिगत आस्था तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह परंपरा और आधुनिकता के सुंदर संगम का प्रतीक भी बनी।
अंबानी परिवार की प्रयागराज महाकुंभ-यात्रा 2025
11 फरवरी 2025 को Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025 अपने परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचे। इस यात्रा में उनके साथ उनकी माँ कोकिलाबेन अंबानी, बेटे आकाश अंबानी और अनंत अंबानी, बहुएं श्लोका मेहता और राधिका मर्चेंट, पोता पृथ्वी और पोती वेदा शामिल रहे। उनकी बहनें दीप्ति सालगांवकर और नीना कोठारी भी इस पावन यात्रा का हिस्सा बनीं।
Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025 प्रयागराज पहुंचते ही, अंबानी परिवार ने स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज (निरंजनी अखाड़ा) के सानिध्य में एक विशेष गंगा पूजन किया। इसके बाद, उन्होंने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, जिसे हिंदू धर्म में आत्मशुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। इस धार्मिक अनुष्ठान ने यह संदेश दिया कि चाहे व्यक्ति कितनी भी ऊँचाई पर क्यों न हो, आध्यात्मिकता और आस्था हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
https://youtu.be/TT-yswBZqpY?si=oWcfMUcpSg0krS4w
मुकेश अंबानी का महा कुंभ यात्रियों की सेवा और जनहित में योगदान
Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025 में केवल स्नान करने ही नहीं आए थे, बल्कि उन्होंने वहाँ परमार्थ निकेतन आश्रम में श्रद्धालुओं और कर्मचारियों के बीच प्रसाद वितरण, जीवन रक्षक (लाइफ जैकेट) बांटने जैसे सेवा कार्य भी किए। यह पहल रिलायंस इंडस्ट्रीज की सामाजिक सेवा योजना ‘तीर्थ यात्री सेवा’ का हिस्सा थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज इस पहल के माध्यम से तीर्थयात्रियों को भोजन (अन्न सेवा), स्वास्थ्य सुविधाएं, सुरक्षित परिवहन और बेहतर संचार सुविधाएं प्रदान कर रही है। अंबानी परिवार का यह योगदान दर्शाता है कि व्यक्ति कितना भी सफल और समृद्ध क्यों न हो, सेवा और दान की भावना उनके जीवन में हमेशा बनी हुई है ।
महा कुंभ मेले का धार्मिक महत्व (Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025)
महा कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जो हर 12 वर्ष में प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है। यह मेला हिंदू धर्म की समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा हुआ है, जिसमें अमृत कलश से कुछ बूंदें इन चार स्थानों पर गिरी थीं। इसीलिए ये स्थान आध्यात्मिक रूप से अत्यंत पवित्र माने जाते हैं।
महा कुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी तक किया जा रहा है। अब तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस भव्य आयोजन में शामिल हो चुके हैं और इसकी संख्या के 50 करोड़ तक पहुँचने की संभावना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मेले की सुव्यवस्थित व्यवस्था के लिए ₹63,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया है।
आधुनिक तकनीक और सुरक्षा व्यवस्था (Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025)
इतने बड़े धार्मिक आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है। इस बार एआई-संचालित कैमरे भीड़ की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं ताकि किसी भी तरह की भगदड़ जैसी घटनाओं को रोका जा सके। अंडरवाटर ड्रोन नदी के किनारों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और बहुभाषी चैटबॉट्स तीर्थयात्रियों को दिशानिर्देश और जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
यह दिखाता है कि भारत अपनी प्राचीन परंपराओं को आधुनिक तकनीक के साथ किस तरह जोड़कर आगे बढ़ रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।
राजनीतिक और प्रमुख हस्तियों की महाकुंभ में उपस्थिति
(Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025)
महा कुंभ 2025 में मुकेश अंबानी से पहले कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां भी भाग ले चुकी हैं। इस मेले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए और त्रिवेणी संगम में स्नान किया l
इससे यह स्पष्ट होता है कि कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता का प्रतीक भी है। यह समाज के हर वर्ग के लोगों को एक साथ जोड़ने का काम करता है, फिर चाहे वे आम श्रद्धालु हों या देश के शीर्ष नेता।
मुकेश अंबानी की आस्था (Mukesh Ambani at Mahakumbh 2025)
मुकेश अंबानी और उनके परिवार की इस यात्रा ने यह साबित कर दिया कि आस्था और भक्ति व्यक्ति के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। चाहे कोई भी व्यक्ति कितना भी आधुनिक हो जाए, आध्यात्मिकता से जुड़ना आत्मिक संतोष प्रदान करता है।
महा कुंभ मेला एक ऐसी परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है और आज भी भारतीय समाज में गहरी जड़ें रखती है। यह आयोजन यह भी दर्शाता है कि परंपराओं को आधुनिकता के साथ संतुलित किया जा सकता है।
वीडियो यहाँ देखें : |
FAQs
1. मुकेश अंबानी कौन हैं?
मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रमुख शेयरधारक हैं। वह भारत के सबसे अमीर उद्योगपतियों में से एक हैं और वो अपने व्यापारिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
2. महाकुंभ मेला क्या है?
महाकुंभ मेला एक विशाल हिन्दू तीर्थयात्रा और धार्मिक मेला है जो हर 12 वर्ष में एक बार होता है। इसमें लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुन और सरस्वती नदियों के संगम में डुबकी लगाते हैं ताकि उनके पाप नष्ट हो सकें और वे आत्मिक शुद्धता प्राप्त कर सकें।
3. मुकेश अंबानी ने महाकुंभ मेला 2025 में क्यों हिस्सा लिया?
मुकेश अंबानी और उनके परिवार ने महाकुंभ मेला में हिस्सा लेकर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता का अनुभव किया। वे त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने के लिए गए थे।
4. मुकेश अंबानी के साथ कौन-कौन महाकुंभ मेला में पहुंचे थे?
मुकेश अंबानी के साथ उनके परिवार के सदस्य, जैसे उनकी पत्नी नीता अंबानी, बेटे आकाश और अनंत अंबानी, बहु श्लोका मेहता, उनकी मां कोकिलाबेन अंबानी और पोते-पोतियाँ भी महाकुंभ मेला में शामिल हुए थे।
5. महाकुंभ मेला 2025 में अभी तक कितने लोग आए ?
महाकुंभ मेला 2025 में लगभग 45 करोड़ लोगों ने अभी त्रिवेणी संगम में स्नान किया है , यह मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है।