Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions

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मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा: क्या यह राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत है?

भूमिका (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

मणिपुर, जो अपने सांस्कृतिक समृद्धि और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, पिछले कुछ वर्षों से जातीय हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। इसी माहौल के बीच, 9 फरवरी 2025 को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया, जिससे राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया।

यह सिर्फ एक सामान्य राजनीतिक घटनाक्रम नहीं है—बल्कि यह मणिपुर की जटिल समस्याओं और भविष्य की राजनीति की दिशा को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण मोड़ भी हो सकता है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि भाजपा के मजबूत नेता बीरेन सिंह को अपना पद छोड़ना पड़ा? इस इस्तीफे का राज्य की जनता, भाजपा और विपक्ष पर क्या प्रभाव पड़ेगा? आइए, इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं।


एन. बीरेन सिंह: एक पत्रकार से मुख्यमंत्री तक का सफर (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

एन. बीरेन सिंह का राजनीति में आना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था।

  • उन्होंने एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और जल्द ही मणिपुर की राजनीतिक हलचल में शामिल हो गए।
  • 2002 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के टिकट पर विधायक बने
  • 2016 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की
  • 2017 में भाजपा ने गठबंधन सरकार बनाई और बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री बनाया
  • 2022 में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला, और वे दूसरी बार मुख्यमंत्री बने

उनका कार्यकाल विकास परियोजनाओं से लेकर राजनीतिक विवादों तक भरा रहा। लेकिन जातीय हिंसा और प्रशासनिक असफलताओं ने उनकी सरकार को कमजोर कर दिया।


इस्तीफे के पीछे की असली वजहें

1. जातीय हिंसा: एक अंतहीन संघर्ष (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच भूमि अधिकार और आरक्षण नीति को लेकर संघर्ष लंबे समय से चल रहा था।

  • मेइती समुदाय, जो राज्य की 53% आबादी है, अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा मांग रहा था।
  • कुकी समुदाय, जो पहले से ST श्रेणी में है, इस मांग के विरोध में था, क्योंकि इससे उनके विशेषाधिकारों में कटौती होती।

2023 में यह विवाद इतना बढ़ गया कि हिंसक झड़पें होने लगीं

  • 250 से अधिक लोग मारे गए और 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए
  • पूरे राज्य में इंटरनेट बंद करना पड़ा, कर्फ्यू लगाया गया, लेकिन हालात नहीं सुधरे।

2. भाजपा में भीतरघात। (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

बीरेन सिंह को सिर्फ विपक्ष से ही नहीं, बल्कि अपनी ही पार्टी से विरोध झेलना पड़ा

  • नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और अन्य सहयोगियों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया
  • भाजपा के कई विधायकों ने बीरेन सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाए
  • अंदर ही अंदर उनके खिलाफ अविश्वास बढ़ता गया

3. कुकी समुदाय की नाराजगी (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

कुकी समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ मेइती समुदाय के पक्ष में काम कर रहे हैं

  • कुकी समूहों का कहना था कि सरकार ने उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया
  • केंद्र सरकार तक यह बात पहुंची, जिससे भाजपा नेतृत्व को इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करना पड़ा

4. भाजपा का हाईकमान और दिल्ली की राजनीति (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर की हिंसा को लेकर पहले से ही चिंतित थे।

  • भाजपा को लग रहा था कि अगर बीरेन सिंह को नहीं हटाया गया, तो पार्टी को नुकसान होगा
  • आखिरकार, दिल्ली में बैठकों के बाद फैसला लिया गया कि बीरेन सिंह को इस्तीफा देना चाहिए

इस्तीफे के बाद बीरेन सिंह का बयान (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

इस्तीफा देने के बाद बीरेन सिंह ने मीडिया से कहा:

“मैंने हमेशा मणिपुर के विकास के लिए काम किया, लेकिन कुछ परिस्थितियां मेरे नियंत्रण से बाहर थीं। मैं केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। मेरी प्राथमिकता हमेशा मणिपुर की शांति और सुरक्षा रही है।”

उन्होंने सीमा पार से हो रही घुसपैठ को हिंसा का कारण बताया और केंद्र सरकार से सीमा सुरक्षा को मजबूत करने का अनुरोध किया।

https://www.livemint.com/politics/manipur-cm-n-biren-singh-tenders-resignation-from-the-post-of-chief-minister-bjp-kuki-meitei-11739105445651.html


अब मणिपुर की राजनीति में आगे क्या होगा? (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

1. भाजपा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?

बीरेन सिंह के जाने के बाद, भाजपा को नया चेहरा चुनना होगा, जो सभी समुदायों के बीच संतुलन बना सके

  • संभावित दावेदारों में सुरेश बामाई और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हैं
  • भाजपा कोई नई रणनीति अपनाकर किसी युवा चेहरे को आगे ला सकती है

2. विपक्ष की रणनीति (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस राजनीतिक उथल-पुथल का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे

  • कांग्रेस पहले ही भाजपा सरकार को असफल बता रही है
  • 2026 के चुनावों में यह मुद्दा भाजपा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है

3. राज्य में शांति बहाली होगी या नहीं? (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

नई सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती जातीय हिंसा को रोकना और समुदायों के बीच विश्वास बहाल करना होगा

  • संवाद की प्रक्रिया शुरू करनी होगी
  • केंद्र सरकार को सुरक्षा बल और संसाधन बढ़ाने होंगे

निष्कर्ष: यह सिर्फ एक इस्तीफा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है! (Political Earthquake in Manipur: CM N. Biren Singh Resigns Amid Ethnic Tensions)

एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा सिर्फ एक व्यक्ति का पद छोड़ना नहीं है, बल्कि यह मणिपुर की राजनीति और प्रशासन की कमजोरी को उजागर करता है

  • जातीय संघर्ष की आग में झुलसता यह राज्य अब नई सरकार और नई नीतियों की उम्मीद कर रहा है
  • भाजपा के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है—अगर वह सही कदम नहीं उठाती, तो अगले चुनावों में उसकी स्थिति कमजोर हो सकती है

अब सवाल यह है: क्या नया नेतृत्व मणिपुर को शांति और स्थिरता की राह पर ला पाएगा? या यह संघर्ष और बढ़ेगा?

आने वाले कुछ महीने इस सवाल का जवाब देंगे.


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